राम हर रोज स्कूल जाया करता था, उसके रस्ते में एक छोटा सा जंगल पड़ता था,
उस जंगल से होकर राम स्कूल जाया करता था, राम का स्कूल अपने घर से दो किलोमीटर
की दूरी पर था |
यह जंगल 5oo मीटर का था, राम जब स्कूल से आता था तब उस जंगल में कुछ देर के लिए रुक जाया करता था,
थोड़ी देर के बाद ही राम अपने घर चला जाता था,
राम को उस जंगल में एक पेड़ के पास चिड़िया का घोसला देखना बहुत अच्छा लगता था,
वह हर रोज कुछ दाने उस घोसले में रख देता था, जिसे चिड़िया खा लेती थी,
राम का स्व्भाव बहुत ही अच्छा था, वह हर काम बहुत ही अच्छे से करता था,
राम के स्कूल में काफी दोस्त थे राम उनके साथ भी खेला करता था,
एक दिन की बात है, जब राम स्कूल से वापिस आ रहा था ,
तब उसने देखा की उस घोसले के पास एक बिल्ली चढ़ रही थी, शायद वह बिल्ली उस चिड़िया के पास जा रही थी
राम को अब लग रहा था, की कही वह बिल्ली उस घोसले में न चली जाए,
उस वक़्त वहा पर चिड़िया भी नहीं थी,
राम ने उस बिल्ली को वह से जाने से रोक दिया था, जब चिड़िया ने देखा की राम ने बिल्ली से उसके बच्चे बचा लिए है
तो वह भी उड़कर राम के पास आ गयी थी,
राम ने सोचा की अगर बिल्ली फिर से आ गयी तो क्या होगा
इसलिए राम ने अपने घर जा कर कुछ समान लेकर आया जिसे वो घोसले के चारो और लगा सके, राम ने घोसले का
मुँह खुला छोड़कर चारो और काटे से बने तार बांध दिए जिससे वह बिल्ली दुबरा न आ जाए,
इस प्रकार राम ने उस चिड़िया के घोसले को बिल्ली से बचा लिया था,
इसलिए दोस्तों आपको भी हर जानवर और पक्षी की रक्षा करनी चाहिए,
जिससे उन्हें किसी भी प्रकार का कोई नुक्सान न हो, हम इंसान ही ऐसा कर सकते है,
इसलिए आपको सबका ध्यान रखना चाहिए,
अगर आपके पास भी ऐसी ही कहानी है तो आप हमे भेज सकते है,
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एक बार अकबर बहुत ही परेशान बैठे हुए थे उनको एक बात बहुत ही परेशान कर रही थी
जिसके बारे में सोच-सोच कर अकबर को रात में नींद भी नहीं आ रही थी
अगले दिन जब अकबर अपने महल से बहार गए
तो उन्हें एक गरीब आदमी मिला और वह अपने खेत में काम कर रहा था
अकबर अपने मन में यही सोच रहे थे की यह गरीब आदमी बहुत ही मेहनत करता है और मुझे तो ऐसा लग रहा है
की यह बहुत ही खुश है और एक हम है जो हमेशा किसी न किसी बात को लेकर परेशान रहते है
अक़ब उस आदमी को दूर से देखकर चले गए और अगली सुबह बीरबल को बुलाया गया और बीरबल से पूछा गया
की आप हमेशा खुश रहते है
इस पर बीरबल ने अकबर से कहा की ये बात तो परिस्थि पर निर्भर करती है
तभी पता लगया जा सकता है की हम खुश है
या नहीं, इस बात को सुनकर राजा अकबर ने बीरबल को एक ऐसा आदमी खोजने को कहा की जो हमेशा खुश रहता हो
और दुखी बिलकुल भी नहीं
अगर दो दिन बाद तक भी बीरबल ने ऐसा कोई आदमी नहीं खोजा तो बीरबल को काम से
निकाल दिया जाएगा
बीरबल इस बात को सुनकर वह से चले गए और उस आदमी को तलाश करने लग गए जो हमेशा खुश रहता हो बीरबल जानते थे
की इसका पता लगाना बहुत ही मुश्किल है
लेकिन जब राजा ने बोला है तो पता लगाना पड़ेगा
बीरबल एक नगर से दूसरे नगर तक गए और उनकी नज़र एक आदमी पर पड़ी जो बहुत ही बूढ़ा लग
रहा था वह बूढ़ा आदमी अपने खेत में काम कर रहा था
बीरबल उनके पास गए और उनसे बात की, अब बीरबल को ऐसा आदमी मिल ही गया था
जो हर तरह से खुश था दो दिन भी अब पुरे हो गए
बीरबल का इन्तज़ार महल में किया जा रहा था. अकबर ने बीरबल को आवाज लगायी और जैसा कहा गया था
उस आदमी को बुलाओ. बीरबल ने उस आदमी को आवाज लगायी और राजा ने उस आदमी से कुछ सवाल पूछे,
राजा ने बूढ़े आदमी से पूछा की आप हमेशा खुश रहते है, बूढ़े आदमी ने कहा की हां में हमेशा खुश रहता हू.
अकबर ने उस आदमी से पूरी बात पूछी, उसके बाद उस बूढ़े आदमी ने कहा की में हर रोज अपने काम पर जाता हू और मन लगा कर काम करता हू,
जो मुझे मिलता है वो में खा लेता हू और भगवान् का हमेशा स्मरण करता हू,
क्योकि उनके कारण ही मुझे सब कुछ मिला है, इसलिए मेरे मन में इच्छा नहीं है
यही कारण है की में खुश रहता हूँ
बीरबल ने राजा को बताय की हमरी अगर बहुत साड़ी इच्छा होंगी
तो हम उन्हें पाने के लिए हमेशा योजना बनाएंगे उनमे से कुछ पूरी हो जाएंगी और कुछ नहीं,
जो इच्छा पूरी नहीं होगी उसके लिए हम दुखी हो जाएंगे इसलिए हम सभी दुखी रहते है
और यही कारण है की आज हर आदमी दुखी ही है
इस बात को सुनकर राजा अब समझ चुके थे
की हम दुखी क्यों होते है अगर आपको यह कहानी पसंद आयी है तो आगे भी शेयर करे और हमे भी बताये.
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