इसाई धर्म के बारे में जानकारियाँ
1. ईसाई धर्म की परिचय क्या है ?
ईसाई धर्म संसार में सबसे अधिक माने जाना वाला धर्म हैं। ईसा मसीह के कथनों पर अमल करने वाले इस धर्म का इतिहास रोचक घटनाओं और प्रेरक संदेशों से भरा हैं।
अपने वर्चस्व के लिये इस धर्म ने अनेक यातनाएं सही और आज संसार के सबसे अधिक माने जाने वाले धर्मों में से एक बना हैं।
मानवता को सर्वोच्च मानने वाले ईसाई धर्म की लोकप्रियता का एक अहम कारण इसका लचीलापन हैं।
♥ ईसाई धर्म लेख के मुख्य बिंदुओ...
1. ईसाई धर्म की परिचय क्या है ?
2. ईसाई धर्म का इतिहास क्या है ?
3. ईसाई धर्म फैलने का कारण क्या था ?
4. ईसाई धर्म के प्रमुख संप्रदाय का नाम ?
5. भारत में ईसाई धर्म का प्रचार किसने किया था ?
2. ईसाई धर्म का इतिहास क्या है ?
ईसाई धर्म के प्रवर्तक ईसा मसीह का जन्म 6 ईं. पू. में हुआ था। अपने जीवन काल में ईसा मसीह ने ईसाई धर्म को संसार भर में फैलाने का सपना देखा।
परमेश्वर और मानवता में उनके विश्वास को देखते हुए लोग उनके दिखाए राह पर चल निकले।
रोमन साम्राज्य की खिलाफत और ईसा मसीह का मसीहा बनना |
ईसाई धर्म में ईसा मसीह को परमेश्वर का पुत्र माना जाता हैं। ईसा मसीह के जन्म के समय यहूदी लोग रोमन साम्राज्य के अधीन थे |
और अपनी आजादी के लिये व्याकुल थे। परन्तु जल्द ही यहूदियों के जीवन में ईसा मसीह एक प्रकाश बन कर आएं। गरीबों की सहायता कर वह जल्द ही जनता के बीच लोकप्रिय हो गए।
ईसा मसीह की मृत्यु |
परन्तु ईसा मसीह की लोकप्रियता के बाद जल्द ही उनके कुछ विरोधी भी सामने आए।
यहूदियों की धर्मसभा ने उनपर पाखंड करने और खुद को भगवान का पुत्र बनाने का आरोप लगाकर मौत की सजा दी। उन्हें क्रॉस पर लटका दिया गया।
अपनी मृत्यु के समय भी ईसा मसीह का मानवता से विश्वास नहीं डगमगाया और उन्होंने अपने अनुयायियों को संदेश दिया |
कि इन लोगों को (जिन्होंने ईसा मसीह को सजा दी) माफ करना, यह नहीं जानते कि यह क्या कर रहे हैं।
3. ईसाई धर्म फैलने का कारण क्या था ?
ईसाई धर्म का फैलना का मुख्य कारण कहा जाता हैं, कि ईसा मसीह मृत्यु के दो दिन बाद जीवित हो उठे थे।
इसके बाद उनके अनुयायियों ने फ़िलीस्तीन, रोम और यूरोप आदि जगहों पर ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार किया।
और इसके बाद से इनके अनुयायी इन्हें ईसाई धर्म में भगवान मानने लगे और तभी से ...
ईसाई धर्म के लोग ईश्वर को ‘पिता’ और ईसा मसीह को ‘ईश्वर का पुत्र’ और पवित्र आत्माओं को ईश्वर का दूत मानकर इनकी पूजा करते हैं।
4. ईसाई धर्म के प्रमुख संप्रदाय का नाम ?
ईसाई धर्म में बहुत से समुदाय हैं जैसे रोमन कैथोलिक, प्रोटैस्टैंट, आर्थोडोक्स, मॉरोनी, एवनजीलक आदि। इनमें से रोमन कैथोलिक संप्रदाय के लोग मानते हैं |
कि वेटिकन स्थित पोप ईसा मसीह के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी हैं।
परन्तु प्रोटैस्टैंट संप्रदाय से जुड़े लोग पोप की सर्वोच्च शक्ति को नहीं मानते, उनका दृष्टिकोण बेहद उदार हैं।
वह नियमों को समय के साथ बदलने पर जोर देते हैं।
5. भारत में ईसाई धर्म का प्रचार किसने किया था ?
कहा जाता हैं कि भारत में ईसाई धर्म का प्रचार संत टॉमस ने प्रथम शताब्दी में चेन्नई में आकर किया था।
इसके बाद बड़े पैमाने पर भारत में ईसाई धर्म ने तब पांव पसारे जब मदर टेरेसा ने भारत आकर अपनी सेवाएं दी।
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