Spoken (बोला गया)
दोस्तों आपने बहुत से लोगों को देखा होगा की, अंग्रेज़ी कैसे सीखे पूछते रहते है, या अब तो बहुत से लोग गूगले पर भी खोजते है, की अंग्रेज़ी बोलना तथा पढ़ना कैसे सीखे ?
तो दोस्तों आज के इस लेख में आप इसी सवाल का जवाब जाननेवाले, क्योंकि आप यहाँ एक सही तरीके के बारे में जानेगे, और यह जरुरी भी है, की आप इसके बारे में जाने तथा अंग्रेज़ी बोलना सीखे |
क्योंकि यदि.....
आज आप शौक से नहीं सीखते है,
तो कल आप मज़बूरी में जरुर सीखेगे,
तो दोस्तों आज अभी आपके पास मौका है, अंग्रेज़ी बोलना जरुर सीखे |
♥ Main Point of Learn Page.
1. भाषा क्या है ? What is Language ?
2. अंग्रेज़ी सिखने के लिये क्या करें ?
3. भाषा के बारे में मेरी व्यक्तीगत राय ?
1. भाषा क्या है ? What is Language ?
दोस्तों अंग्रेज़ी के बारे में बात करने और सिखने से पहले ये जन लेना आपको जरुरी है, की आखिर भाषा किसे कहते है ?
तो दोस्तों..
भाषा वह साधन है, जिसके द्वारा मनुष्य बोलकर, सुनकर, लिखकर या पढ़कर अपने मन के भावों तथा विचारों का आदान-प्रदान करता है।
या आप सरल शब्दों में कुछ इस प्रकार से कह सकते है, की..
भाषा मनुष्य की सार्थक व्यक्त वाणी को कहते है।
2. अंग्रेज़ी सिखने के लिये क्या करें ?
दोस्तों अगर आप अंग्रेज़ी बोलना चाहते है, तो इसके लिये आपको व्याकरण सिखने की झंझट में नहीं पढ़ना है,
क्योंकि आप व्याकरण पढ़कर परीक्षा सिर्फ पास कर सकते है, तो यह फैसला आपको लेना है, की आपको अंग्रेज़ी बोलना है, की परीक्षा में पास होने के लिये तयारी करना है |
क्योंकि आप व्याकरण के चक्कर में जो कुछ भी आप बोलने जाते होंगे, आप अचानक से रुक जाते होंगे,
की नहीं ये तो गलत मैं बोलने जा रहा था, क्योंकि यह तो किसी और नियम से बनेगा ,
ऐसे बहुत से कारणों के वजह से आप बोलना रोक देते है, और आप जो सामने वाले को बोलना चाहते थे, बोल नहीं पाते है |
लेकिन व्याकरण को यदि छोड़ दिया जाये तो तब आप बोलकर देखिये कितना तेजी से बोलते है,
गलती ही क्यों न बोलेंगे लेकिन आप जरुर बोलेंगे
3. भाषा के बारे में मेरी व्यक्तीगत राय ?
दोस्तों भाषा के बारे में मेरी व्यक्तीगत राय है, की यदि आप अंग्रेज़ी भाषा बोलने के लिये सिख रहे है, या कही भी किसी के सामने या किसी स्टेज पर से अंग्रेज़ी में संबोधन कर रहे है,
तो उस वक्त व्याकरण के वजह से आप बोलना न रुके जो आ रहा है, बोले क्योंकि.... जब तक आप बोलेंगे नहीं तब आप सामने वाले तक अपनी बात नहीं पहुंचा पायेगें |
और मेरा भाषा के लोकर यह राय है, की..
वे सभी एक प्रकार के भाषा है, जिनकी मदद से आप सामने वाले तक अपनी भावना पहुँचाने में सफल होते है,
क्योंकि आप चाहे तो, कल्पना करके देख सकते है, की जब भाषा का विकास नहीं हुआ था, और मानव जंगलो में जीवन यापन करता था, तो उस वक्त वे लोग आपस में कैसे बात करते होंगे,
तो दोस्तों इसका जवाब यह है, की वे लोग उस वक्त संकेत यानि की इशारों में बात करते थे, तो क्या यह भाषा नहीं, हुई क्या ये लोग अपनी भावना दुसरे तक पहुँचाने में सफल नहीं हुये, हुये है |
तो
यह एक प्रकार का सांकेतिक भाषा कहा जाता है,
ठीक इसी प्रकार अंग्रेज़ी में भी आप नियम लगा सकते है, की जो कुछ भी आपने बोला यदि सामने वाला समझने में सफल है, तो वह एक भाषा है,
दोस्तों इतना सारा बताने का मेरा मकसद यह है, की यदि आप अंग्रेज़ी बोले तो व्याकरण की वजह से ये सोचकर नहीं रुके की आप जो बोलने जा रहे है,
वह गलती है, अन्यथा आप कभी अंग्रेज़ी बोलने में सफल नहीं हो पायेंगे |
You may like related post:
Comments are as...
☆ Leave Comment...