☆ 🙏 आज का शुभ रात्रि का शायरी 🌅
☆ Date:- 17-01-2025
☆ Time:- 15:50:23
♥ आज का शायरी ♥
बिन तेरे कैसे गुज़रती हैं रातें ये मैं ही जानता हूँ, जुदाई का गम कैसे सहती है रातें ये मैं ही जानता हूँ, किस कदर इंतज़ार में उनके हम तड़पा करते हैं, किस कदर उनकी यादों में रोया ये मैं ही जानता हूँ।
🙏 शुभ रात्रि मेरे प्यारे ... 🌅
आज आपने जो भी कार्य करने के लिये लक्ष्य तय किया है,
मैं आपको उसके लिये अग्रिम सफलता की बधाई देता हूँ, की
आप अपना कार्य सफलतापूर्वक करे |
♥ आज का सत्य ♥
☆ नींद आखे बंद करने से नही Net बंद करने से आती है,
☆ भूखे को रोटी और android फ़ोन वाले को charger देना पुण्य का काम होता है,
☆ शाश्त्रों में लिखना रह गया था...सोचा बता दूँ...!"!
मिलने आयेगे हम आपसे ख्वाबों में !
अब रोशनी के दीये बुझा दीजिये !
अब और नहीं होता इंतजार आपसे मुलकात का,
अब अपनी आँखों के परदे तो गिरा दीजिये !