प्रोग्रामिंग भाषायें
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है, जो हमारे द्वारा दिये गए सामान्य भाषा को नहीं समझ सकती है, इसे समझने के लिए सिर्फ 0 और 1 के रूप में मशीनी भाषा चाहिए.
इस समस्या को समाधान करने के लिए हम पहले से ही लाइब्रेरी तैयार करतके रखे होते हो, जिससे की हम कंप्यूटर में ज्यादा से ज्यादा डेटा कंप्यूटर के लाइब्रेरी में insert करा सके.
और इस कार्य के लिए हमें भिन्न-भिन्न प्रकार के प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की आवश्यकता पड़ती है.. जैसे की FORTRAN, COBOL, LOGO, PASACAL, BASIC, PROLOG, C, C++, C#, JAVA, and Python etc..
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कौन-कौन है?
प्रोग्रामिंग लैंग्वेज मुख्य है...
(1.) LLL- Low level language अथार्थ निम्न स्तरीय भाषा
ऐसी भाषायें जिनका कंप्यूटर में किसी सामान्य कार्य करने के लिए प्रयोग किया जाता है, और ये भाषायें कंप्यूटर के द्वारा आसानी से समझी जा सकती है
जैसे की
Note:- इस भाषा का प्रयोग System software, Utilities software, compiler, और assembler बनाने में किया जाता है,
मशीनी भाषा
:- जैसा की मैंने उपर के वाक्य में भी बताया की कंप्यूटर सिर्फ 0 और 1 के रूप में मशीनी भाषा को समझती है, तो आप सोच सकते है की 0 और 1 के रूप में लिखना बहुत ही मुस्किल कार्य है
असेम्बली भाषाएँ
:- यह भाषा पूरी तरह से मशीनी भाषा पर आधारित है, परन्तु इसमें 0 और 1 के जगह पर कुछ शब्दों का प्रयोग किया जाता है, जिसे MEMONICS के नाम से जाना जाता है
(2.) HLL- High level language अथार्थ उच्च स्तरीय भाषा
प्रोग्रामिंग भाषायें कंप्यूटर के आंतरिक कार्य प्रणाली पर आधारित नहीं होता है, इस भाषा का प्रयोग कर यूजर द्वारा किसी प्रोग्राम को बनाने के लिए किया जाता है
इस भाषा के अंतर्गत भिन्न-भिन्न प्रकार के गणितीय और अंग्रेज़ी शब्द का प्रयोग किया जाता है, जैसा की आप किसी भी Application software में आप देख सकते है
उच्च स्तरीय भाषा का प्रयोग कर बनाये हुये प्रोग्राम को कंप्यूटर नहीं समझ पाता है, इशलिए इसे मशीनी भाषा में अनुवाद करने के लिए एक Translater की आवश्यकता होती है
जैसा की Compiler किसी भी प्रोग्राम को एक बार में आसानी से अनुवाद करने में सक्षम है
जैसे की.. C, C++, PASCAL, FORTRAN, ALGOL, BASIC,and COBOL, LOGO, PROLOG
Note:- इस भाषा का प्रयोग Application software बनाने में किया जाता है,
उच्च स्तरीय भाषा के बारे में..
+ C
:- इस भाषा का विकास USA के बेल Laboratories में 1972 में डेनिस, टीचि ने किया गया था | इस भाषा का प्रोयोग जटिल से जटिल प्रोग्राम को सरल भाषा में लिखने के लिए किया जाता है, इस भाषा को Programming language की जननी भी कहा जाता है |
+ COBOL
- Common bussiness oriented language:- इस भाषा का विकास व्यवसायिक कार्यो के लिए किया गया |
+ FORTRAN
:- इस भाषा का विकास IBM के मदद से डब्लू बेकस ने 1970 ई. में किया था, इस भाषा का विकास गणितीय सूत्रों को आसानी से और कम से कम समय में हाल करने के उद्देश्य से किया गया था |
+ ALGOL
:- इस भाषा का विकास जटिल बिजगनितीय गणनाओं में प्रयोग करने के लिए बनाया गया था |
+ PYTHON
:-यह एक बहुत ही बेहतरीन भाषा है, इसके प्रयोग से Dynamic programming language है |
+ PASCAL
:- यह ALGOL भाषा का परिवर्दित रूप है, इस भाषा में सभी चरों को परिभाषित गिया गया है| जिसके कारण यह ALGOL तथा BASIC से अलग है |
+ LOGO
:- इस भाषा का विकास छोटी उम्र के बच्चो को ग्राफिक्स यानि रेखाकृतियो के द्वारा शिक्षा देने के लिए किया गया |
+ JAVA
:- यह एक प्रकार का Object oriented programming language है |
+ PROLOG
:- यह अंग्रेज़ी शब्द Programming और Logic का संक्षिप्त रूप है | भाषा का विकास 1973 में फ्रांस में किया गया था | इसका विकास कृतिम बुद्दी के कार्यों के लिए किया गया था | जो तर्क योग्य Programming में सक्षम है |
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